गुरुवार, 12 नवंबर 2009
मिशन यूपी
कांग्रेस के लिए मिशन यूपी मुंगेरी लाल के हसीन सपने से कम नही। पहले लोकसभा में जबरदस्त कामयाबी और फिर फिरोजाबाद का उपचुनाव 85000 से ज्यादा वोटों से जीतना इस बात की गारंटी नही कि यह कांग्रेस की वापसी की शुरूआत है। यूपी के संगठन के स्तर में बहुत कुछ किया जाना बाकी है। फिरोजाबाद सीट तो मुलायम के गलत फैसले के चलते सपा ने गवांई। जनता ने उनके परिवार से पांच लोगों को तो झेल लिया मगर जब 6वें यानि उनकी बहू की बात आई तो जनता ने उन्हें दरवाजा दिखाना ही था। यह उन नेताओं के लिए भी एक सबक है जो राजनीति में परिवारवाद को जमकर बड़वा दे रहे है। कांग्रेस के राजबब्बर के मुकाबले डिंपल यादव कही नही टिकती थी। बस यही बात कांग्रेस के पक्ष में गई। फिर कैसे पूरी तरह इसे राहुल का करिश्मा कह सकते है। दरअसल मुलायम सिंह इस मुगालते में थे कि जनता उनके नाम पर वोट डालती है। इससे कोई फर्क नही पडता कि चुनाव में उम्मीदवार कौन है। बस यह निर्णय आत्मघाती हुआ। कांग्रेसी चाटुकारों को तो बस मौका चाहिए राहुल गांधी या फिर सोनिया गांधी की तारीफ करने का। मौका मिल गया सो हो गई चाटुकारिता शुरू। अच्छी बात यह है राहुल गांधी राजनीति के इस रंग को बखूबी पहचानते है।
Mahoday app ki samajh yah batati hai ki app 15 lok sabha election ko satahi tareeke se dekhne ki koshish kar rahe hain, magar haqiquat ye hai ki Congress ko desh ki janta ek baar phir aajmane ke liye taiyar hai. Jaheer hai ki is niskarsh pe aane mai janta ko kai Rashtriya aur regional partiyon ki nakami jyada rahi. Janta kisi suptaawastha mai nahi hai balki khuli ankhon se saare khel ko dekh rahi hoti aur mauka aane pe sabak sikhane se baaj nahi aati. app agar rajyawar dekhe to congress ki pakad dheeli nahi dikhai padti hai, balki UP jaise rajya main naye vikalp ke taur pe janta congress ko mauka dene wali hai.
जवाब देंहटाएंApp dekhna ki aane wale UP Assembly election mai Rulling party banam Congress hogi na ki SP ya BJP. Iss ki shuruaat Lok sabha election se lekar BY-Election mai spast hai. UP Assembly Bye election mai kai seato pe congress second number pe jo uske badte vote percentage ko darshata hai......It was pre exercise before 2012 Assembly polls in UP.