शनिवार, 22 अक्तूबर 2011

ग्रामीण स्वास्थ्य


ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा कोर्स को योजना आयोग के उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समूह की सहमति
ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की कमी के नाते शुरु होगा ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा का कोर्स
साढ़े तीन साल का होगा ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा (बीआरएमएस) का कोर्स
2022 तक पांच लाख की आबादी वाले हर जिले में एक बीआरएमएस कालेज का लक्ष्य
योजना आयोग के मुताबिक यह मिनी-एमबीबीएस डिग्री नहीं है।
स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत जरुरतों को पूरा करने के लिए प्रशिक्षण देगी बीआरएमएस योजना
ग्रामीण, जनजातीय और पहाड़ी इलाकों में  स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी
एक सर्वे के मुताबिक में ग्रामीण इलाकों में 72 प्रतिशत आबादी के लिए 26 फ़ीसदी डाक्टर उपलब्ध
ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरों में चार गुना ज्यादा डाक्टर
देश में चिकित्सा क्षेत्र में सिर्फ 10,000 स्नातकोत्तर सीटें
जन स्वास्थ्य पर खर्च को लेकर 175 देशों में  भारत 171वें स्थान पर
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 1000 आबादी पर एक डाक्टर आदर्श लक्ष्य
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 10,000 की आबादी पर 6 डाक्टर
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 1000 की आबादी पर एक डाक्टर का औसत पाने में भारत को 17 साल लगेंगे।
देश में 38 लाख की आबादी पर एक मेडिकल कालेज का औसत
बिहार में 117 लाख की आबादी पर एक मेडिकल कालेज
उत्तर प्रदेश में 75 और मध्य प्रदेश में 73 लाख की आबादी पर एक मेडिकल कालेज
642 जिलों में से 188 जिलों में 315 मेडिकल कालेज स्थापित हैं।
योजना आयोग के मुताबिक देेश में 6 लाख डाक्टरों की कमी ।

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