गुरुवार, 9 जनवरी 2014

मुलायम का समाजवाद!

लोहिया ने नाम पर अपनी दुकानदारी चलाने वाले नेताओं की भारत में कमी नही है। उनमें से एक बड़ा नाम है मुलायम सिंह यादव। यादव और मुस्लिम वोट के चैपिंयन। उनका एमवाई समीकरण जब जब काम किया उनको राज्य में गददी मिली। मगर हमेशा लोगों को निराशा ही हाथ लगी। खासकार समाजवादी सरकार में कानून व्यवस्था बेलगाम हो जाती है। राज्य में 60 फीसदी आबादी के पास शौचालय नही है। 33 फीसदी आबादी गरीबी रेखा के नीचे जी रही है। प्रति व्यक्ति आय 30 हजार से कम है। बेरोजगारी दर 9 फीसदी तक पहुंच गई है। कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। प्रदेश कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है यानि कर्ज का ब्याज़ चुकाना ही आने वालें दिनों में मुश्किल होने वाला है। गन्ना किसान सरकार के बेहद नाराज़ है।मगर राज्य में सबसे बड़े दाग के तौर पर मुज़फरनगर दंगों के देखा गया। इन दंगों में 60 से ज्यादा लोग मारे गए। 60 हजार  से ज्याद लोग बेघर हो गए। इनमें से ज्यादातर अब भी हाड़कपा देने वाली ठंड में पुर्नवास की राह देख रहे हैं। सरकार का कहना है कि उसने सबको मुआवज़ा दे दिया है। मगर ज्यादातर हिंसा पीड़ित वापस नही जाना चाहते क्यों दिल और दिमाग में भय  अब भी व्याप्त है। जो सरकार अपने लोगों को निर्भयता न प्रदान कर सके, उसके बारे में क्या कहा जाए। इन सब कुछ बीते जाने के बावजूद समाजवादी सरकार ने सैफई महोत्सव में जमकर पैसा खर्च किया। मुंबई कलाकारों को विशेष विमान के जरिये बुलाया गया। उनकी आवाभगत में करोड़ों लुटा दिए गए। एक अुनमान के मुताबिक यह आंकड़ा 200 करोड़ से ज्यादा है। इसके  अलावा 18 विधायकों जिसमें सपा के मंत्री भी शामिल है को पांच देशों के 14 दिन की यात्रा पर भेजा गया है। यात्रा का मकसद दूसरे देशों के लोकतांत्रिक तरीकों को सीखना है। इनमें सबसे  दिलचस्प नाम है शहरी विकास मंत्री आज़म खान, जो मुज़फरनगर जिले के प्रभारी भी है, यात्रा में हैं। खैर लोहिया ने एक महत्वपूर्ण बात कही थी की जिंदा कौमें पांच साल का इंतजार नही करती। इसका अंदाजा समाजवादी मुलायम को जल्द ही मालूम चल जाएगा। मगर इसी राजनीति के अभाव में आज लोग आम आदर्मी पार्टी को गले लगा रहें हैं। ऐसे में समाजवादी मुलायम से कुछ सवाल बनते हैं।
1.लोहिया की कसम खाने वाले मुलायम का समाजवाद कहां है?
2.सामाजिक न्याय की लड़ाई का दंभ भरने वाले मुलायम सिंह का न्याय कहां है?
3.दंगों के तीन महिने बाद भी अगर हिंसा पीड़ित परिवारों के खौफ का माहौल है तो किसी नकामयाबी है?
4. क्यों मौलाना मुलायम दंगा पीड़ितों से मिलने मुजफरनगर नही गए?
5.राहत कैपों में 34 से ज्यादा बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन?
6.सैफई महोत्सव में जनता के पैसों की बर्बादी क्यों?
7.क्या मुंबई के कलाकार के गानों से मुलायम दिल्ली पहंचेंगे?
8.दंगा पीड़ितों के पुर्नवास को लेकर राज्य सरकार संजीदा क्यों नही?
9.मुलायम के मुताबिक अब कोई हिंसा पीड़ित राहत कैंपों में नही है तो कौन है उन राहत कैपों में?
10.अगर यह बीजेपी और कांग्रेस के एजेंट है तो आपकी एलआइयू और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठा है?
11.नेताओं को विदेश में सैर कराने में जनता के पैसों की बर्बादी क्यों?
12. दंगों के दोषियों पर क्या कारवाई हुई?





]

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें