नरेन्द्र मोदी ने बिहार की रैली में नीतीश कुमार पर आरोप लगाए। मोदी के मुताबिक बिहार में दो प्रतिशत स्कूल में कंप्यूटर है मगर यह नही बताते की कितने बच्चे बिहार में कुपोषण का शिकार हैं। यह नही बताते बिहार प्राथमिक स्कूली शिक्षा के मामले में 35 में से 18 स्थान में क्यों है। मोदी कहते हैं कि बिहार में 1900 स्कूल सिर्फ कागजों में है, शिक्षक नाम के है। मीड डे मील का पैसा आता है मगर स्कूलों का वजूद तक नही है। इसमें 90 स्कूल पटना में हैं। वह कहते हैं कि गुजरात में 71 फीसदी कंम्प्यूटर है जबकि हरियाणा में 40 फीसदी, महाराष्ट में 40 फीसदी, राजस्थान में 22 फीसदी, और भारत का औसत 22 फीसदी है। मोदी जी ने यह नही बताया की अक्टूबर 2005 से जून 2013 तक बीजेपी और जूडीयू की गठबंधन सरकार थी। बीजेपी जेडीयू गठबंधन 17 साल पुराना है। अगर उक्त प्रकरण के लिए नीतीश जिम्मेदार तो बीजेपी कैसे नही। अगर देश में मोदी की लहर है तो मोदी और राजनाथ सुरक्षित सीट क्यों ढूंढ रहे हैं। मोदी यूपीए सरकार से सवाल पूछ रहे हैं मगर केजरीवाल के सवाल का जवाब नही दे रहे हैं। इन सबसे उपर बिहार में सबसे बड़ा मुददा है विशेष राज्य के दर्जें की मांग। मोदी ने इस पर साफ कुछ नही कहा। ऐसा क्यों?
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