मंगलवार, 20 सितंबर 2011

मौद्रिक नीति


सीआरआर 
कमर्शियल बैंकों को अपने डिपाजिटस का एक खास हिस्सा रिजर्व बैंक के पास जमा रखना पड़ता है। आरबीआई इस जमा की हुई राशि  पर कोई ब्याज नही देता। कमर्शियल बैंक प्राफिट मार्जिन से बचाने के लिए इंटरेस्ट रेट बड़ा देते है और डिपाजिट रेट कम कर देते है। यही है महंगाई को काबू को काबू में करने का आरबीआई का मंत्र। इसके जरिये आरबीआई बैंकिंग सेक्टर में मौजूद अतिरिक्त लिक्विडिटी को सोखता है।
  
रिपो रेट
वह रेट जिस पर आरबीआई बैकों शार्ट टर्म लोन देता है।

रिवर्स रिपो रेट
वह रेट जिस पर कमर्शियल बैंक रिजर्व बैंक के पास कम समय के लिए रूपया जमा कराते है।


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