शनिवार, 24 दिसंबर 2011

महिलाओं के खिलाफ़ हिंसा

2010ः महिलाओं के खिलाफ़ हिंसा और उत्पीड़न की सवा लाख वारदातें दर्ज

2009 में महिला उत्पीड़न के दो लाख से ज्यादा मामले दर्जः एनसीआरबी

भारत में महिलाओं की तस्करी, भ्रूण हत्या जैसी वारदातें बड़े पैमाने पर

कन्या भ्रूण हत्या के चलन के कारण बच्चों में महिला-पुरुष अनुपात बिगड़ा

रोजाना  1600 कन्या भ्रूण हत्या के मामलेः रिपोर्ट

1971 में एमटीपी एक्ट के तहत गर्भपात क¨ मिली कानूनी मान्यता

एमटीपी एक्ट की आड़ में कन्या भ्रूण हत्या

असम में 2000-09 के दौरान महिलाओं की तस्करी के 236 मामले

सभी राज्यों को मानव-तस्करी रोकने की इकाईयां गठित करने के लिए बजट में प्रावधान

महिलाओं के खिलाफ़ घरेलू हिंसा लगातार बढ़ीः एनसीआरबी

2009 में आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा 2700 मामले दर्ज

21 साल में 69,000 दहेज उत्पीड़न के मामले दर्ज

सिर्फ़ 34,000 में मुकदमे की कार्रवाई पूरी

2009 में बलात्कार के 21,000 मामले दर्ज

छेड़छाड़ और बलात्कार के मुकदमों में सिर्फ़ 27 फ़ीसदी मामलों में आरोप तय

राज्यों में जिला स्तर पर क्राइम एगेन्स्ट विमेन सेल गठित करने की बात




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें