बाल अपराधियों द्धारा किए जाने वाले अपराधों में बढ़ोत्तरी हुइ है।
साल अपराध
2000 198
2011 1149
यानि पांच गुना बढ़ोत्तरी। क्या कम सजा इनका हौसल बढ़ा है।
अपराधी की उम्र के बजाय अपराध की गंभीरता सज़ा का आधार होनी चाहिए।
यह विकृति मुजरिम है इन्हें छोड़ना सही नही। खासकर दिल्ली गैंग रेप में अक्षय की भूमिका
बोन ऐसीसीफिकेशन टेस्ट सही उम्र सामने नही ला पाता।
साल अपराध
2000 198
2011 1149
यानि पांच गुना बढ़ोत्तरी। क्या कम सजा इनका हौसल बढ़ा है।
अपराधी की उम्र के बजाय अपराध की गंभीरता सज़ा का आधार होनी चाहिए।
यह विकृति मुजरिम है इन्हें छोड़ना सही नही। खासकर दिल्ली गैंग रेप में अक्षय की भूमिका
बोन ऐसीसीफिकेशन टेस्ट सही उम्र सामने नही ला पाता।
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