रविवार, 16 अक्तूबर 2011

नई दूरसंचार नीति 2011 का दस्तावेज

दूरसंचार से जुड़ी यह तीसरी राष्ट्रीय नीति।
पहली नीति 1994 में आई इस समय निजि क्षेत्र के लिए इस क्षेत्र को खोला गया। इसके बाद दूसरी नीति 1999 में और तीसरी 2011 में आई।
इस क्षेत्र के विस्तार के चलते विशेषज्ञों के मुताबिक हर 5 साल में संशोधित हो दूरसंचार नीति।
मौजूदा समय में 15 निजि कंपनियां दूरसंचार क्षेत्र में। अमेरिका में 7 से 8 और चीन में तीन मसलन चाइना मोबाइल और चाइना टेलीकांम।
2011 दूरसंचार नीति का उदे्श्य नागरिकों को सस्ती, विश्वसनीय और सुरक्षित दूरसंचार और ब्राडबेंड सेवा उपलब्ध कराना।
2020 तकक ग्रामीण टेलीडेनसिटी को वर्तमान में 35 से बढ़ाकर 100 करना ।
2020 तक 60 करोड़ आबादी को ब्राडबेंड से जोड़ना जो ब्राडबेंड लेने के अधिकार की तरफ एक अहम कदम होगा।
2010 तक 2 करोड़ लोगों को ब्राडबेंड मुहैया कराने के लक्ष्य से हम पीछ। अभी तक 1 करोड़ 20 लाख तक ही पहुंच पाई सेवा।
ब्राडबेंड की वर्तमान हाई स्पीड 512 एमपीबीएस जबकि छोटे शहरों में यह 256 एमपीबीएस। 201 तक इस स्पीड को बढ़ाकर 4 गुना करने का लक्ष्य
एक राष्ट्र एक लाइसेंस और देश भर में ग्राहकों को मिलेगी रोमिंग से मुक्ति।
2017 तक 300 मेगाहर्टस और बचा 200 मेगाहर्टस का स्पैक्टरम 2020 तक मुहैया कराने का ऐलान।
2020 तक 80 फीसदी मशीनरी व उपकरण की मांग घरेलू उत्पादन से पूरा करने का लक्ष्य। इसमें  तकरीबन 65 फीसदी की बढोत्तरी की जाएगी।
फिलहाल हमारी निर्भरता चीन पर सबसे ज्यादा। सुरक्षा का खतरा बरकरार। चीन की जेडटीई और हुअवई कंपनियां करती हैं पूर्ति।
जिन कंपनियों ने इस क्षेत्र में कदम रखा है और प्रतिस्पर्धा में वह टिक नही पा रहे है उनकी बाहर निकलने की राह आसान।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें