मंगलवार, 11 जून 2013

हमारी मांगे पूरी करो !

विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर अब बीजेडी दिल्ली में स्वाभिमान रैली निकाल रही है। इसके पीछे
तर्क दिया जा रहा वहां की 23 फीसदी आदिवासी आबादी को, गरीबी को और बाकी आर्थिक सामाजिक
मापदंडों को। मैने पहले भी यह कहा की मापदंडों में किसी भी तरह के बदलाव से कई राज्यों विशेष
राज्य की श्रेणी में आने के लिए लार टपका रहे है। अब नवीन पटनायक भी इसी रणनीति पर काम कर
रहे हैं। लेकिन इसके पीछे राजनीतिक समीकरणों को समझना होगा। क्या अभी ममता बनर्जी , नीतीश कुमार
और नवीन पटनायक क्या मिलकर एक फ्रंट की शुरूआत कर सकते हैं। देश में तीसरे मोर्चे को वैसे तो कोई
भविष्य नही दिखाई देता मगर एक मजबूत फ्रंट अगर अस्तित्व में आता है तो आने वाले समय में बनने वाली
सरकार न तो उसके बिना बन पाएगी और न ही उसकी शर्तो को दरकिनार कर पाएगी। इसलिए इस तरह
के फ्रंट लोकसभा चुनाव से पहले बनना जरूरी दिख रहा है।

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